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चित्तौड़गढ़ जिला पेश करेगा मिसाल, डीएम की बड़ी पहल हर ग्राम पंचायत में बनाए जाएंगे कोविड केयर सेंटर, मरीजों को नहीं भटकना पड़ेगा।

वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।


चित्तौड़गढ़ 28 अप्रैल। चित्तौड़गढ़ जिला प्रदेश के लिए एक मिसाल पेश करने जा रहा है। जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्र के कोरोना मरीजों की पीड़ा समझते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। जिला कलक्टर ने हर ग्राम पंचायत में कोविड केयर सेंटर शुरू करने के आदेश जारी कर दिए हैं। अब कोरोना रोगी अपनी पंचायत स्थित कोविड केयर सेंटर में भर्ती हो सकेंगे और कोरोना के इलाज के लिए दूर-दूर भटकने के कष्ट से भी बच पाएंगे। इस अनुकरणीय पहल से आमजन को काफी राहत मिलेगी।
जिला कलक्टर ने बताया कि ग्राम पंचायत पर बने कोविड केयर सेंटर में सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ मरीजों को अच्छा इलाज मिल सकेगा। जिला कलक्टर ने निर्देश दिए हैं कि इन कोविड केयर सेंटर्स में ऑक्सीजन, पेयजल, अल्पाहार एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। जिला कलक्टर ने नगर निकायों को भी हर वार्ड में कोविड केयर सेंटर खोलने हेतु निर्देशित किया है।
जिला कलक्टर ने बताया कि अक्सर ही कोरोना संक्रमित व्यक्ति अपने घरों में आइसोलेट होकर रहते हैं। कई घरों में उनके रहने हेतु पर्याप्त व्यवस्था नहीं होती, जिस वजह से उनके परिजनों के भी संक्रमित हो जाने और फिर उनसे और कोरोना फैलने का खतरा बना रहता है। इस स्थिति में हर ग्राम पंचायत में कोविड केयर सेंटर खुल जाने से अब लोगों को काफी राहत मिलेगी और अब ग्राम पंचायत स्थित कोविड केयर सेंटर में अपने घर के पास ही व्यक्ति भर्ती हो सकेगा।
जिला कलक्टर ने बताया कि उनका प्रयास है कि चित्तौड़गढ़ जिले में अधिक से अधिक कोविड केयर सेंटर संचालित हों, ताकि आमजन को कोरोना के इलाज के लिए सुदूर जिला मुख्यालय या अन्य स्थान पर न जाना पड़े। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमित हो जाने पर घर के पास अपने गाँव में रह कर ही अगर कोरोना संक्रमित हो इलाज मिल जाए तो इससे काफी सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
जिला कलक्टर एवं अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण ताराचंद मीणा ने इन कोविड केयर सेंटर्स के स्थापन एवं संचालन हेतु एसडीआरएफ मद से वित्तीय स्वीकृति भी जारी कर दी है। जिसके तहत समस्त नगरपालिकाओं के अधिशाषी अधिकारियों को कुल 25,00,000 (पच्चीस लाख) रूपए की राशि जारी की गई है। इस प्रकार प्रत्येक नगरपालिका को 5,00,000 (पांच लाख रूपए) मिलेंगे। इसी अलावा समस्त पंचायत समितियों को कुल 1,10,00,000 (एक करोड़ दस लाख) रूपए की वित्तीय स्वीकृति दी गई है। इसमें प्रत्येक पंचायत समिति को अधीनस्थ ग्राम पंचायतों हेतु 10,00,000 (दस लाख) की वित्तीय स्वीकृति दी गई है। सब मिलाकर कुल 1,35,00,000 (एक करोड़ पैंतीस लाख) की वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है।
जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि ग्राम पंचायत स्तर पर कोविड केयर सेंटर स्थापित करने हेतु कार्यकारी एजेंसी संबंधित विकास अधिकारी होंगे एवं नगर पालिका क्षेत्र हेतु कार्यकारी एजेंसी संबंधित अधिशाषी अधिकारी होंगे। कलक्टर ने निर्देश दिए हैं कि संबंधित अधिकारी अपने क्षेत्र के उपखंड अधिकारियों (इंसिडेंट कमांडर) से समन्वय कर उनके निर्देशानुसार कोविड केयर सेंटर स्थापन एवं संचालन हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करेंगे। इसी के साथ जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि समस्त ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी संबंधित कार्यकारी अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर कार्य करेंगे।

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