डुंगला क्षेत्र के किशन करेरी ग्राम में श्री द्वारिकाधीश प्राकट्य स्थल भूमि पूजन के उपलक्ष में चल रही श्रीमद्भागवत कथा एवं राम कथा में लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा है।
यहां कोरोना गाइडलाइन के चलते सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क की अनिवार्यता के साथ साध्वी सरस्वती के मुखारविंद से श्रीमद् भागवत कथा व पंडित धनराज जोशी के मुखारविंद से संगीतमय रामकथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा में सोमवार को साध्वी सरस्वती ने दान का महत्व बताया एवं कहा कि थोड़ा सा भी दान दोगे तो जीवन सफल हो जाएगा एवं जितना दान दोगे उसका कई गुना भगवान वापस तुम्हें देगा। कथा के दौरान समुद्र मंथन वामन, वामन अवतार एवं श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया।
इस दौरान साध्वी द्वारा गाए गए मधुर भजनों पर महिला एवं पुरुष अपने आप को नृत्य करने से नहीं रोक सके। साध्वी ने बताया कि सरस्वती फाउंडेशन द्वारा क्षेत्र भर में गायों के पानी पीने के लिए सीमेंट से निर्मित 500 पात्र लगाए जाएंगे एवं इसकी शुरुआत सोमवार को 30 पात्र किशन करेरी में लगाकर की गई। साध्वी सरस्वती व पंडित धनराज जोशी ने किशन करेरी के पक्षी विहार तालाब का भी अवलोकन किया एवं वहां ठहरने वाले देसी विदेशी परिंदों के बारे में विस्तृत से जानकारी ली एवं इस तालाब के संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने यहां पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इससे पूर्व रविवार रात्रि को संगीतमय श्रीराम कथा के दौरान राम जन्मोत्सव मनाया गया।