वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ श्री दुर्गेश लक्षकार।
चित्तौड़गढ़ जिले के बिजयपुर थाने में केबिन हटाने को लेकर ग्रामीणों के खिलाफ प्रकरण दर्ज होने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया है। लोगों ने इसके विरोध में बुधवार को बाजार बंद कर दिए तथा नारेबाजी करते हुए पुलिस थाने भी पहुंचे हैं। ग्रामीणों ने दर्ज किये प्रकरण को झूंठा बताते हुवे प्रकरण वापस लेने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
जानकारी में सामने आया है कि बिजयपुर कस्बे में एक जमीन है, जहां एक व्यक्ति ने अपनी अवैध माँस की केबिन लगाई हुई है। वहीं सन्त व ग्रामीण यहां गौशाला का निर्माण कर रहे हैं। इस बात को लेकर इनमें काफी समय से विवाद चल रहा था। पहले भी मामला पुलिस थाने पहुंचा था तो पुलिस ने दोनों पक्षों को पाबंद करवाया था। वहीं मंगलवार रात को किसी ने केबिन को वहां से हटा दिया था। इस पर केबिन मालिक ने विजयपुर थाने में 14-15 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दी थी। इस पर पुलिस ने रिपोर्ट पर जांच शुरू कर दी। इसकी जानकारी ग्रामीणों को मिली तो उनमें आक्रोश व्याप्त हो गया। ग्रामीणों ने बिजयपुर कस्बे के बाजार को बंद करवा दिया और कनेरा-बिजयपुर मार्ग को जाम कर धरना देकर बैठ गए। वहीं कुछ ग्रामीण राव नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में एकत्रित होकर बिजयपुर पुलिस थाने पहुंचे और प्रकरणों को झूठा बताते हुए इसे वापस लेने की मांग की है। इस दौरान नृसिंहद्वारा सन्त वैष्णवदास महाराज भी मौजूद रहे। ग्रामीणों के प्रदर्शन करने की जानकारी मिली तो पहले बिजयपुर थानाधिकारी अशोक कुमार ने ग्रामीणों से समझाइश का प्रयास किया। ग्रामीण मामले की निष्पक्ष जांच करने और दर्ज प्रकरण वापस लिए जाने की मांग पर अड़ गए। इसकी जानकारी मिली तो चित्तौड़गढ़ तहसीलदार के साथ ही गंगरार पुलिस उप अधीक्षक कमल प्रसाद जांगिड़ बिजयपुर पहुंचे व ग्रामीणों की बात सुनी और इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया। पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश इसके बाद ग्रामीणों ने जाम खोल दिया है। इस संबंध में गंगरार पुलिस उप अधीक्षक कमल प्रसाद जांगिड़ ने बताया कि यहां केबिन रखने व गौशाला निर्माण को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था। आपस में झगड़े नहीं हो इसे लेकर पुलिस ने पाबंदी की कार्रवाई की थी। वहीं रात को किसी ने केबिन हटा दी थी। इस संबंध में बिजयपुर थाने में रिपोर्ट दी गई थी। वहीं ग्रामीण इसके विरोध में आ गए और प्रदर्शन किया है। ग्रामीणों से समझाइश की है। ग्राम पंचायत से इस जमीन के संबंध में रिकॉर्ड मंगवाया है। मामले में नियमानुसार इसमें कार्रवाई की जाएगी।