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श्रद्धा और भक्ति का अनूठा उदाहरण यहाँ आज भी धधकते अंगारों पर चलते है माता के भक्त, दर्द का नही होता अहसास।

पत्रकार श्री चन्द्रप्रकाश भावसार की रिपोर्ट

प्रतापगढ़ जिले के अरनोद उपखण्ड में ग्राम पंचायत अचनारा में हिंगलाज माता जी की आस्था के जयकारे लगाने की यह परम्परा के वर्षों से चली आ रही है। साथ ही धधकते अंगारो पर चल कर भक्त जन अपने दुःख दर्द मिटाते है। अचनेरा के हिंगलाज माता जी मंदीर पर नवरात्रि को लेकर अनुष्ठान वर्षों से किए जा रहे है। वही नवरात्रि के समापन के दौरान माता जी के मंदीर परिसर मे चूल का आयोजन किया जाता है। जिसमें चूल की कुल लम्बाई नौ गज, चौड़ाई सवा गज व चूल को गहरी भी सवा गज बनाई गई। जिसमे लकडी जला कर अंगारे बनाए जाते है।

उन धधकते अंगारो पर पहले माताजी के सेवक (पंडा जी) निकले, उसके बाद माताजी के भक्तजन निकलते है वे अपनी मन्नत पूरी करते है।। इस दौरान बड़ी संख्या में महिला एवं पुरुष हिगलाज माता जी का जयघोष करते नजर आते है।। आस्था के इस कार्यक्रम को देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीणजनों की उपस्थिति देखी जाती हैं। श्रद्धालुओं (आमजनों) का मानना है कि माता जी की आस्था से अंगारो पर पाव नही जलते है और सारे दुःख दर्द मिट जाते है।

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