वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ श्री पवन पटवारी।
चित्तौड़गढ़।कर्तव्यों के प्रति जागरूक संवेदनशील होकर ही हम परिवार समाज या अन्य सभी क्षेत्रों में अपने अधिकारों की रक्षा एवं उत्तरदायित्व का पालन उचित रूप से कर पाएंगे ।उक्त विचार श्रमण संघीय उप प्रवर्तक डॉ सुभाष मुनि जी ने महावीर इंटरनेशनल युवा शाखा की स्थानीय इकाई के निवेदन पर “युवाओं के कर्तव्य एवं उत्तरदायित्व “विषय पर आयोजित एक विशेष वार्ता के दौरान व्यक्त किए। वार्ता में उपस्थित युवाओं के कर्तव्य एवं उत्तरदायित्व पर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए मुनी श्री ने कहा कि पारिवारिक जिम्मेदारियों व कर्तव्य निर्वाह सुव्यवस्थित रूप से तभी संभव है जब सभी पारिवारिक सदस्यों के विचारों में समानता हो दोस्तों या अन्य के विचारों से अपने सिद्धांतों का बलिदान कर देना मूर्खता है मुनिश्री ने कहा कि हम आमतौर पर दूसरों को देखकर अपनी सोच एवं निर्णय बदलते हैं बजाय इसके हमें अपनी स्वयं की सोच के साथ समझ विकसित करते हुए परिवार में बड़ों के प्रति नम्र एवं छोटों के प्रति प्यार से पेश आना होगा । जीवन में छह बातो
खाना-खिलाना,कहना-सुनना, लेना-देना के महत्व पर चर्चा करते हुए मुनि श्री ने कहा कि इन 6 बातों के प्रति हम जागरूक हो गए तो स्वत: ही कर्तव्य एवं उत्तरदायित्व का पालन भी हो जाएगा एवं अपने अधिकारों की भी रक्षा हो जाएगी