चित्तौड़गढ़-आदित्य सीमेंट प्लांट में एक इंजीनियर की ऊंचाई से गिरने से हुई मौत, पिता ने लगाए टॉर्चर करने का आरोप।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। शंभूपुरा स्थित आदित्य सीमेंट प्लांट में शनिवार सुबह एक इंजीनियर की ऊंचाई से गिरने से मौत हो गई। इंजीनियर साइट पर चेकिंग करने गया था। बेटे की मौत की सूचना पर पहुंचे पिता फूट-फूटकर रोने लगे। बोले- बेटा एक महीने बाद ही पिता बनने वाला था। उसकी हत्या की गई है।
एएसआई जगवीर सिंह ने बताया कि शनिवार को सुबह मांडल, भीलवाड़ा निवासी निखिल (28) प्लांट पर जनरल शिफ्ट में ड्यूटी पर था। कुछ देर बाद ड्राई फ्लैश प्रोजेक्ट साइट पर गया और साइलो के ऊपर चेकिंग कर रहा था। इस दौरान निखिल नीचे गिर गया। साथियों ने देखा तो उसे प्लांट के हॉस्पिटल ले गए, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। दोपहर 1 बजे इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। सूचना पर छोटा भाई प्रफुल्ल कुमार भी मौके पर पहुंचा।
पिता ने कहा- बेटे को टॉर्चर कर रहे थे
निखिल के पिता दिनेश कुमार भी मौके पर पहुंचे तो शव लेने से मना कर दिया और फैक्ट्री मैनेजमेंट पर टॉर्चर करने का आरोप लगाया।
दिनेश कुमार ने बताया कि उनका बेटा निखिल पहले दूसरी कंपनी में था। 7-8 महीने पहले ही उसने यहां जॉइन किया था। यहां बिना छुट्टी के लगातार काम करवाया जा रहा था।
दिनेश कुमार बताया कि उसका बेटा निखिल कई बार कॉल कर रोता था। वह नेपाल जाना चाहता था। उसकी पत्नी मोनू प्रेग्नेंट थी, इसलिए उसे रोक लिया। पति-पत्नी यहीं शंभूपुरा स्थित फैक्ट्री के स्टाफ कॉलोनी में रहते थे। एक महीने बाद मोनू की डिलीवरी होने वाली थी। इसीलिए उसकी पत्नी नाथद्वारा के पास अपने मायके चली गई थी। निखिल के पास रहने के लिए चार दिन पहले ही उसकी दादी आई थी। उन्होंने कहा कि बेटे ने बार-बार एचओडी की ओर से टॉर्चर करने की बात कही थी।
इधर फैक्ट्री मैनेजमेंट का कहना है कि निखिल 13 फीट की हाइट से गिरा है। जबकि परिवार का आरोप है कि वह ज्यादा ऊंचाई से गिरा है। साथियों ने बताया कि निखिल ने ऊंचाई पर जाने के दौरान कोई भी सेफ्टी इक्विपमेंट नहीं ली थी और न मैनेजमेंट ने उस पर ध्यान दिया। जब मैनेजमेंट से इस बारे में बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने मना कर दिया।
पिता की ओर से शाम 7 बजे एक रिपोर्ट दी गई है। जिसमें बताया कि मेरे बच्चे को टॉर्चर किया जाता था। मेरे बेटे की हत्या की गई है। कानूनी कार्रवाई करते हुए जिम्मेदारों को गिरफ्तार किया जाए। परिवार ने 55 लाख मुआवजे की मांग की। पत्नी को जॉब देने और उसका ट्रांसफर भी न करने की डिमांड रखी।