वीरधरा न्यूज़। उदयपुर@ श्री दुर्गेश कुमार लक्षकार।
राजस्थान के उदयपुर जिले में स्थित तहसील गोगुंदा के अंतर्गत ग्राम कमोल में पीड़ित बीपीएल परिवार के भंवरलाल लखारा द्वारा इंदिरा आवास योजना के अंतर्गत मकान बनाया जा रहा था उसमें वर्तमान सरपंच शंकर लाल गमेती व उपसरपंच हरीश कलाल, सचिव जितेंद्र सिंह द्वारा पैसों की मांग की गई पीड़ित परिवार गरीब तबके से होने के कारण उनको पैसे देने में असमर्थता जताते हुए मकान का कार्य चालू कर दिया इस पर नाराज होते हुए उपरोक्त तीनो जनप्रतिनिधियों व अधिकारी द्वारा पीड़ित के घर पर पहुंचकर निर्माण को रुकवा दिया। इसके पश्चात बीडीओ द्वारा मौके पर जाकर निर्माण को 1 फीट पीछे करने के दिशा निर्देश दिए जिस पर पीड़ित द्वारा अधिकारी की बात मानते हुए निर्माण को एक फिट पीछे कर लिया लेकिन दूसरे दिन पुनः उप सरपंच, सरपंच व सचिव द्वारा ट्रैक्टर कंप्रेसर व ड्रिल मशीन लगवाकर मकान पर ब्लाटिंग की गई और पीड़ित परिवार के मकान को क्षति पहुंचाते हुए ग्रीवा परिवार की आंखों के सामने पलक झपकते है भारी मशीनरीज द्वारा गरीब के आशियाने को तोड़ दिया गया। मकान को टूटता देख पीड़ित गरीब परिवार द्वारा जब विरोध जताया गया तो दोनों जनप्रतिनिधि हाथापाई पर उतारू हो गए। चूंकि सरपंच एसटी का होने के कारण पीड़ित भंवरलाल पर सायरा थाने में एससीएसटी व अन्य धाराओं में गलत झूठ मुकदमा दायर किया गया। जिस पर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सत्ता के दबाव में आकर उन्हें गिरफ्तार करके थाने ले गए थे जिसकी कोर्ट से जमानत हुई, उसके दूसरे दिन पुलिस थाना सायरा मय जाप्ता पीड़ित के घर पहुंच कर उन्हें घर के अंदर बंद कर निर्माणाधीन मकान को गिराया और वहाँ रखे सरिये व निर्माण सामग्री तथा कारीगर के उपकरण जब्त कर पंचायत में ले गये। इस गलत तरीके से जनप्रतिनिधियों द्वारा एक गरीब लाचार ओर असहाय परिवार को प्रताड़ित किया गया है। सरपँच उपसरपंच सता पक्ष के मजबूत नेता होने के कारण गरीब बी पी एल परिवार के भंवरलाल लखारा को नाजायज परेशान किया जा रहा है। गाँव से बिता बिस्तर गोल करने व जान से मारने की धमकियां दी जा रही है। जो कि न्यायोचित नहीं है।