स्वच्छ भारत मिशन को धत्ता बताती शम्भूपुरा की सफाई व्यवस्था स्वच्छता रथ सांसद मद से मिला इसलिए वो भी बंद।
वीरधरा न्यूज़। शम्भूपुरा@ श्रीमती दीपिका जैन।
शम्भूपुरा।जहाँ देश मे प्रधानमंत्री स्वछता को बढ़ावा दे रहे है ओर इसके लिए सभी को प्रेरित कर रहे लेकिन शम्भूपुरा पंचायत क्षेत्र मे इसका उल्टा हो रहा है, ग्राम पंचायत की निष्क्रियता ओर गुटबाजी के चलते यहाँ की सफाई व्यवस्था पुरी तरह से चरमराई हुई है जिसका खामियाजा क्षेत्र की आम जनता को उठाना पड़ रहा है।
कई जगह नालिया जाम, मुख्य चोराये पर कचरे के ढेर
शम्भूपुरा मे गंदगी से बढ़ती बीमारियों ओर परेशानियों से जहाँ आमजन परेशान है वही दूसरी ओर जिम्मेदार ग्राम पंचायत के कानो जु तक नहीं रेक रही, पंचायत मुख्यालय पर ही जगह जगह कचरे के ढेर लगे है, मुख्य सावा चोराये के पास ही कचरे के ढेर से आमजन का जीना तक दुश्वार हो रहा है, जगह जगह नालिया जाम है लेकिन जिम्मेदार आँखे मुंदे बैठे है जिससे क्षेत्र मे रोष व्याप्त है।
पुरी पंचायत मे एक सफाईकर्मी वो भी नियमित नहीं
इतनी बड़ी ग्राम पंचायत होने के बावजूद पुरी ग्राम पंचायत मे सिर्फ एक महिला सफाईकर्मी है वो भी नियमित नहीं जबकि हर पंचायतो मे इसके अलग से टेंडर होकर 5-7 सफाईकर्मी नियमित रखे जाते है। ग्रामीणों का कहना है की सफाईकर्मी नियमित नहीं होने से घरो के बाहर नालियों का गंदा पानी पसरा रहता है, हमें खुद को नालिया साफ करनी पड़ती है कई बार पंचायत को अवगत करवाया लेकिन कोई ध्यान नहीं देता, पंचायत जाते तो जवाब मिलता तुम लोगों ने मुझे वोट नहीं दिए उधर काम नहीं होगा, निराश होकर लौटना पड़ता है।
स्वच्छता रथ सांसद मद से मिला इसलिए प्रदर्शनी बना हुआ है
ग्राम पंचायत के विकास ओर नियमित साफ सफाई तक मे स्थानीय पंचायत स्तर पर राजनीती इतनी हावी है की स्थानीय शम्भूपुरा सरपंच सांसद गुट से नहीं होने से सांसद मद से मिले स्वच्छता रथ को भी बंद करवा रखा है। ग्रामीणों ने बताया की सांसद मद से नया स्वच्छता रथ मिला था जिसे करीब 1 साल तक तो बिना चलाये पड़ा रखा, फिर चालू किया तो 3 महीने ही मे बंद कर दिया जो पिछले करीब 1 साल से बंद ही पड़ा है, कई बार कहते लेकिन कोई सुनवाई नहीं कि जाती है।