वीरधरा न्यूज़।बौंली/ बामनवास@ श्री श्रद्धा ओम त्रिवेदी।
बौंली। पंचांग के अनुसार साल में चार नवरात्रि आती हैं, जिसमें चैत्र और शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व शास्त्रों में बताया गया हैं। इस बार चैत्र नवरात्र 9 अप्रैल से शुरू होंगे। समापन 17 अप्रैल को होगा। इस बार पूरे नौ दिन के नवरात्र रहेंगे। घट स्थापना के प्रथम दिन दोपहर 2:18 बजे तक वैधृति योग होने से अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12:01 बजे से 12:51 बजे तक घटस्थापना हो सकेगी। दोपहर बाद शुभ के चौघड़िया में 3:36 बजे से 5:10 बजे तक भी घट स्थापना कर सकते हैं। नवरात्र में दुर्गा पाठ और रामचरित मानस के पाठ होंगे। आचार्य गौरी शंकर शर्मा बोरखेड़ा ने बताया कि नवरात्रि में नौ दिनों तक देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना की जाती हैं। जिसमें शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुस्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी,कालरात्रि,महागौरी,सिद्धि दात्री माता की शामिल हैं। नवरात्र की प्रतिपदा तिथि से नव संवत्सर प्रारंभ हो जाएगा। चैत्र नवरात्र मंगलवार से शुरू होने से माता अश्व पर सवारी होकर आएगी और नवरात्र समापन बुधवार को होने से हाथी पर सवार होकर प्रस्थान करेगी जिससे बरसात अच्छी होगी। राम नवमी पर कन्या पूजन के बाद व्रत का पारण किया जाता हैं। 17 अप्रैल को रामनवमी का अबूझ मुहूर्त भी रहेगा। नवरात्रि में पूजा और व्रत करने से मां दुर्गा सुख-समृद्धि, धन-ऐश्वर्य प्रदान करती हैं। यह नौ दिन सभी कार्यों एवं वाहन,भूमि – भवन,आभूषण खरीदने के लिए शुभ रहेंगे।