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भूपालसागर-500 बीघा चारागाह भुमि से पैड़ों कि कटाई एवं अवैध खनन को लेकर सौंपा ज्ञापन।

वीरधरा न्यूज़। आकोला@ श्री शेख सिराजुद्दीन।


आकोला। एक और जहां केन्द्र एवं राज्य सरकार पर्यावरण को बचाने के लिए कई जतन कर रही है। पैड़ लगाने से लेकर उसकी सार संभार तक का खर्चा सरकारें वहन कर रही है वहीं दुसरी और जिले में सभी जगह लकड़ी माफियाओं द्वारा भारी मात्रा में हरे पैड़ों कि कटाई कि जाकर मंहगें दामों पर बिक्री कर परिवहन कि जा रही है। जगह जगह पर गिली लकड़ी के स्टाक देखने को मिल जाते है, उपखण्ड क्षेत्र से सटी ग्राम पंचायत मुंगाणा के गांव कल्याणपुरा के वासीन्दों ने अपनी पीड़ा ज्ञापन के माध्यम से उपखण्ड अधिकारी के नाम का ज्ञापन नायब तहसीलदार राधाकिशन विजयवर्गीय को सोमवार सांय सौपा है। इस ज्ञापन कि प्रतिलिपी ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार, वन एवं पर्यावरण मंत्री, जिला कलेक्टर, कपासन विधायक, प्रधान पंचायत समिति कपासन, तहसीलदार कपासन, थानाधिकारी कपासन, विकास अधिकारी पंचायत समिति कपासन, सरपंच ग्राम पंचायत मुंगाना को भी इसकी प्रतिलिपी भेज तुरन्त पैड़ों कि कटाई एवं अवैध मिट्टी खनन रोकने कि गुहार लगाई है।

ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि मुंगाना पंचायत के गांव कल्याणपुरा में सण्डीयारड़ा रेल्वे पुलिया के पास सरकार कि करीबन 500 बीघा चारागाह भुमि है जिस पर सरकार द्वारा युक्लीप्स, शीसम, देशी बबुल एवं कई प्रकार के हजारों पैड़ है। उन पैड़ों को धीरे धीरे किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा काटा जा रहा है। साथ ही उस चारागाह भुमि पर पीली मिट्टी एवं कांकर भी काफी है जो कि व्यवसाीयक उपयोग में लेने के लिए उसका भी अवैध तरीके से खनन एवं परिवहन किया जा रहा है। चारागाह भुमि से पैड़ों कि कटाई से पर्यावरण खतम हो रहा है। वैसे ही पहले से बारीश कम हो रही है और एसे में पर्यावरण नहीं रहेगा तो फिर बारीष बिल्कुल ही नहीं होगी। साथ ही मिट्टी खनन से घुमन्तु मवेशियों के भोजन के लिए कुछ नहीं बचा है सारी जमीन पर गड्ढे खोद दिये गये है। ग्रामीणों ने सभी जनप्रतिनिधीयों एवं अधिकारीयों से गुहार लगाई कि अविलम्ब पैडों कि कटाई एवं अवैध खनन रोक दोषी व्यक्ति के खिलाफ उच्चित कानुनी कार्यवाही कि जाय।

इन्होने ये कहा

 

ऐसा मैरी जानकारी में नहीं है अगर गामीणों के पास कोई जानकारी आई है तो मै मोके पर जाकर देखकर दोषियों के खिलाफ उच्चित कार्यवाही करेंगे।

-प्रेम देवी अहीर

सरपंच ग्राम पंचायत मुंगाना।

 

ये फोरेस्ट लेण्ड नहीं है इस पर हमारा कोई अधिकार नहीं बनता है। करीबन 20 वर्ष पुर्व फोरेस्ट विभाग द्वारा नर्सरी लगाई गई थी मगर उसको ग्राम पंचायत के हेंड आवर कर दी गई है। फोरेस्ट विभाग इस पर कोई कार्यवाही करने का अधिकारी नहीं है।

– नानालाल भील

फारेस्टर कपासन।

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