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आक्या समर्थक कार्यकर्ताओ ने जिलाध्यक्ष कि अपील के बाद लिखा खुला पत्र पार्टी के गलत प्रत्याशी के चयन पर पुर्नविचार करने का अनुरोध।

 

वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।

चित्तौडगढ। भारतीय जनता पार्टी चित्तौडगढ़ के जिलाध्यक्ष मिट्ठुलाल जाट द्वारा कार्यकर्ताओ के नाम अपील जारी की गई है जिसके जवाब में भाजपा कार्यकर्ताओ द्वारा जवाबी पत्र जिलाध्यक्ष के नाम लिख कर कहां गया है कि जिलाध्यक्ष द्वारा अपील के बहाने ही कार्यकर्ताओ को याद किया गया वरना तो विगत कुछ समय से कार्यकर्ताओ को नेपथ्य में रखा गया था।
कार्यकर्ताओ द्वारा जिलाध्यक्ष को लिख जवाबी पत्र में कहां गया कि कार्यकर्ता भाजपा के मजबूत स्तम्भ माने जाते थे जिसे श्यामाप्रसाद मुखर्जी, दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे महानायको ने सीचा था और जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमित शाह व जेपी नड्डा ने वटवृक्ष का रूप दिया। हमे कार्यकर्ता होने का कर्तव्य बोध उस समय कराया जा रहा है जब आप स्वयं निहित स्वार्थो के साथ चित्तौडगढ़ विधानसभा चुनाव में पार्टी की एक ऐतिहासिक हार की पटकथा अपने अग्रज के सानिध्य में लिख चुके है। हमारे लिये इससे दुखद क्षण क्या हो सकता है की हम सभी अपनी ही पार्टी का पतन अपनी आंखो के सामने देखे और हमारे जेसे आम कार्यकर्ता की अंतरात्मा की आवाज सुनी भी नही जाएं।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कहां था की पार्टी के विस्तार के लिए नये सदस्य बनाना एक अलग बात है और पार्टी पर कब्जा करने के लिए सदस्यता और बात है। जब पार्टी का विस्तार करने के बजाए पार्टी पर अधिकार जमाने की विकृत मानसिकता पैदा होती है तब नकली सदस्य भी बनाए जाते है इससे पार्टी का स्वास्थ्य बिगड़ता है। वर्तमान समय में चित्तौडगढ़ विधानसभा में अटलजी की यही बात आम लोगो के जेेहन में है और हम कार्यकर्ता असली नकली का अंतर करना जानते है। विधायक चंद्रभान सिंह आक्या के साथ असली कार्यकर्ता किस प्रकार जुड़ा हुआ है इसका प्रत्यक्ष प्रमाण विगत सात दिवस से आपके सामने है। महाभारत काल में कौरवो के द्वारा पाण्डवो के न्यायसंगत हक को छीनने पर कुरूक्षैत्र का जो रण हुआ था तथा साजिश करने वालो का पतन हुआ था, उसी प्रकार का घटनाक्रम चित्तौडगढ़ विधानसभा चुनाव में घटित होने जा रहा है।
कार्यकर्ताओ ने पत्र में लिखा कि हमें अपने दायित्व का बखुबी बोध है। भाजपा हमारी मां है तथा जिस मां ने हमे खड़ा होना चलना सिखाया उसी मां ने हमें श्यामाप्रसाद मुखर्जी की विचारधारा के अनुरूप निर्भीक होकर अन्याय के विरूद्ध प्रतिकार करने का साहस भी दिया है, हम पार्टी के हर उस न्याय संगत फैसले के साथ खड़े है जो जमीनी हकीकत को ध्यान में रखकर लिया गया हो, पर दुर्भाग्य से चित्तौडगढ़ विधानसभा में यह हो न सका। मां और पुत्र के प्यार को एक साजिश के तहत खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है जो हम निष्ठावान कार्यकर्ता होने नही देगें।
पुनः हम सभी भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ता आपसे चित्तौडगढ विधानसभा में पार्टी के गलत प्रत्याशी के चयन पर पुर्नविचार करने का अनुरोध करते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय की कही बात का उल्लेख करना चाहेगें कि कोई प्रत्याशी केवल इसलिए आपका मत प्राप्त करने का दावा नही कर सकता की वह किसी अच्छे दल की ओर से खड़ा है। गलती को सुधारना मतदाता व कार्यकर्ता का कर्तव्य है।

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