वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौडग़ढ़।युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के विभाग नेहरु युवा केंद्र चित्तौड़गढ़ के तत्वधान में अभियान “कैच द रैन” के अंतर्गत विषय “राजस्थान में जल संरक्षण के तरीके एवं उनका महत्व” के ऊपर वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार के मुख्य व्यक्ता डॉ नरेंद्र गुप्ता रहे।
जिला युवा अधिकारी संतोष चौहान ने बताया कि राष्ट्रीय जल मिशन एवं नेहरू युवा केंद्र संगठन के संयुक्त तत्वधान में “कैच द रेन” अभियान फेज़ 3 के अंतर्गत वेबिनार के माध्यम से युवाओं को परंपरागत वर्षा जल संचयन के तरीको से अवगत किया एवं जल संचयन के महत्व के लिए जागरूक किया गया।
मुख्य वक्ता नरेंद्र गुप्ता ने बाड़मेर में वर्षा जल संचयन की केस स्टडी को वीडियो के माध्यम से दिखाया, जिसमें बताया गया की किस प्रकार ग्रामीणों ने वर्षा जल संचयन के तरीकों को अपनाते हुए जल की समस्या से निदान पाया। इसी के साथ डॉ गुप्ता द्वारा युवाओं को विभिन्न पारंपरिक जल स्त्रोत जैसे टांका, बेरी, खड़ीन, झीले, तालाब, झालारा, जोहड़, टोबा, नहरा आदि के बारे में बताते हुए भूमिगत वॉटर रिचार्ज प्रणाली को चित्र के माध्यम से वर्णित किया एवं युवाओं को पानी के महत्व को समझाया एवं बताया कि आज से कई वर्ष पूर्व भी हमारे पूर्वजों द्वारा वर्षा जल संचयन के लिए इन तरिकों को अपनाया जाता था,आज हम सभी युवाओं को जिम्मेदार नागरिक बनते हुए वर्षा जल संचयन के लिए कार्य करना चाहिए। वेबिनार में समस्त ब्लॉक के राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक एवं युवा मंडल के युवाओं ने भाग लिया।