वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
भीलवाड़ा। मुख्यमंत्री, राजस्थान सरकार जयपुर को राजस्थान सरकार के प्रतिनिधियों द्वारा ग्राम वासियों के साथ सहाड़ा विधानसभा उपचुनाव से पूर्व किए गए झूठे वादों को पूरा करवाने एवं नहीं किए जाने की स्थिति में सत्याग्रह करने के पूर्व चेतावनी पत्र 24 मई को आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयुक्त सचिव अभियंता अनिल सुखवाल के सहयोग से प्रदेश उपाध्यक्ष हीरालाल शर्मा ने दिया तो कांग्रेस सरकार की मानों जड़ें ही हिलकर रह गई, राजस्थान सरकार को वर्ष 1992 से चली आ रही ग्रामवासियों की मांगों को स्वीकृति की मोहर लगानी पड़ गई।
मामला कुछ इस प्रकार था कि सहाड़ा पंचायत समिति के ग्राम पंचायत सांगवा के अंतर्गत आने वाले गांव तिलोली के समस्त ग्राम वासियों द्वारा अनुमोदित प्रस्ताव पत्र दिनांक 10, अप्रैल 2021 के संदर्भ में आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयुक्त सचिव अभियंता अनिल सुखवाल के साथ मिलकर प्रदेश उपाध्यक्ष हीरालाल शर्मा ने जिला कलक्टर, भीलवाड़ा के मार्फत राजस्थान सरकार मुख्यमंत्री को चेतावनी पत्र देते हुए 24 मई को कहा था कि अगर वांछित मांगों की स्वीकृति राज्य सरकार नहीं देती है तो वादाखिलाफी के विरोध में ग्रामीणों सहित हीरालाल शर्मा पंद्रह दिन बाद अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठेंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।
आम आदमी पार्टी का मांगों को लेकर कड़ा रुख देखते हुए चुनावी साल में कांग्रेस सरकार ने रिस्क लेना उचित नहीं समझा और ग्राम तिलोली, ग्राम पंचायत सांगवा, पंचायत समिति सहाड़ा, विधानसभा सहाड़ा, जिला भीलवाड़ा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की सुविधा नहीं होने से यह मांग सन् 1992 से आज दिनांक तक चली आ रही थी की स्वीकृति जारी कर दी।
इसके अलावा अन्य कार्य जिनमें से पहला कार्य महावीर चौराहा (नर्सरी) से लेकर एकलिंगपुरा गांव तक 3.5 किलोमीटर दूरी तक की (पीडब्ल्यूडी) रोड स्वीकृत कराने एवं बनवाने की मांग भी राज्य सरकार द्वारा मान ली गई और स्वीकृति प्रदान कर दी गई।
हालांकि दूसरा कार्य हनुमान वाटिका सामुदायिक भवन निर्माण ग्राम तिलोली हेतु 25 लाख रुपए विधायक मद से स्वीकृत कराने का वादा अभी तक अपूर्ण है।
राजस्थान सरकार द्वारा वर्ष 1992 से अभी तक चली आ रही मांगों में से दो मांगें पूरी होने को आप पार्टी के प्रदेश संयुक्त सचिव अभियंता अनिल सुखवाल के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष हीरालाल शर्मा ने लोकतंत्र की जीत बताते हुए कहा है कि इस बार विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी निश्चित ही 200 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी और जनता को साथ लेकर आम आदमी के हितों की सरकार बनाएगी जिससे आने वाले साल में किसी भी आम आदमी को अपने जायज़ काम करवाने के लिए आमरण अनशन पर बैठने की नौबत ही नहीं आएगी।