वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@ डेस्क
चित्तौड़गढ़। गत दिनों नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल द्वारा राजस्थान के सुप्रतिष्ठित भामाशाह, समाजसेवी एवं व्यापार जगत में प्रतिष्ठित व्यक्ति के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने को चित्तौड़गढ़ सर्वसमाज द्वारा सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक रूप से अशोभनीय बताते हुए हनुमान बेनिवाल के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
सर्वसमाज द्वारा दिये ज्ञापन में बताया कि सांसद के द्वारा बजरी माफिया जैसे दुर्भावनापूर्ण शब्दो का प्रयोग न केवल एक नागरिक बल्कि बजरी के लीगल टेंडर जारी करने वाले समस्त वैधानिक प्रशासनिक सिस्टम को चुनौती देना प्रतीत हो रहा है। एक लोकतंत्र का वाहक द्वारा अपने व्यक्तिगत हितों के लिये बजरी व भूमाफियाओं के साथ मिलकर मेघराज सिंह रॉयल जैसे सम्मानीय व्यक्तित्व की मानवीय प्रतिष्ठा एवं सम्मान को आघात पहुँचाने कुकृत्य करना उनके मौलिक अधिकारों का हनन करता है। हमारा संविधान किसी भी नेतृत्व या किसी भी व्यक्ति को नागरिकों के मौलिक अधिकारों के हनन की स्वीकृति या लाइसेंस नही देता है।
सांसद हनुमान बेनीवाल पर छात्र राजनीति से ही मुकदमों की लम्बी फहरिस्त है जिससे राजस्थान का कोई भी नागरिक अनभिज्ञ नही है। यदि बेनीवाल का पूरा जीवन परिचय देखा जाए तो जितना उनकी उम्र है उतनी संख्या में आपराधिक धाराओं में इन पर मुकदमें दर्ज हैं।
सांसद द्वारा अपने व्यक्तिगत स्वार्थसिद्धि के लिए मेघराज सिंह रॉयल जैसे सर्वसमाज के लिए प्रतिबद्ध, समर्पित एंव संघर्षशील व्यक्तित्व के लिए अशोभनीय शब्दों का प्रयोग सांसद के स्वयं के चरित्र पर हजारों सवाल खड़ा करता है। सांसद बेनीवाल के इस कृत्य की सम्पूर्ण नैतिक समाज कड़ी निंदा करते हुए मानहानि के इस कुत्सित षडयत्र पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की गई।
इस अवसर पर मेवाड़ क्षत्रिय महासभा अध्यक्ष सहदेव सिंह नारेला, करण सिंह बराड़ा, जौहर स्मृति संस्थान के तेजपाल सिंह खोर, गजराज सिंह बराड़ा, भोपाल शिक्षा समिति के एमडी लालसिंह भाटी, श्री राजपूत करणी सेना अध्यक्ष सत्यपाल सिंह भाटी, श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना अध्यक्ष लोकपाल सिंह डेट, कर्नल रणधीर सिंह बस्सी, नरपत सिंह भाटी, राघवेंद्र सिंह भींचोर, मेवाड़ क्षत्रिय महासंघ अध्यक्ष कान सिंह सुवावा, श्री प्रताप फाउंडेशन के विक्रम सिंह झालरा, राजेंद्र सिंह खेडिया, प्रताप स्पोर्ट्स क्लब के चावंड सिंह दांतड़ा, योगेंद्र पाल सिंह राठौड़, भंवर सिंह मुरलिया, रवि बैरागी, गोपाल वेद, रितिक ओझा, भैरू गुर्जर डेट, भूपेंद्र सिंह हाथीपुरा, देवेंद्र सिंह राणावत, दिनेश पुरी, रतन गुर्जर, बंशीलाल जाट, राजु कीर, भूपेंद्र सिंह बराड़ा, विक्रम सिंह बराड़ा, गजेन्द्र प्रताप सिंह बस्सी, नरेन्द्र सिंह गोरिसया, राजेन्द्रसिंह पुरावत, अचलसिंह भाटी, अर्जुनसिंह पुठोली सहित सैंकड़ों की संख्या में सर्व समाज के प्रबुद्धजन उपस्थित थे।