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स्थानीय लोगों को रोजगार देने सहित विभिन्न मांगो को लेकर सेकड़ो ग्रामीण फैक्ट्री गेट बंद कर धरने पर बैठे।

 

वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।

चित्तौडग़ढ़। जिले के शम्भूपुरा स्थित आदित्य सीमेंट प्लांट का सुबह 7 बजे से ही बड़ी संख्या में ग्रामीण व जनप्रतिनिधि गेट बंद कर अपनी विभिन्न मांगो और समस्याओं को लेकर धरने पर बैठे है।
कांग्रेस के ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष विक्रम जाट ने बताया कि फैक्ट्री कि ब्लास्टिंग कि वजह से रेल का अमराना गांव में कई घरो में दरारे आ चुकी है, इसे लेकर क्षेत्र में 3 बड़े हादसे भी हो चुके है, ग्रामीण डर के साये में जी रहें है इसे लेकर पूर्व में जिला प्रशासन को अवगत करवाया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई जिससे सोमवार सुबह 7 बजे से ही रेल का अमराना, बड़ का अमराना, सामरी, शम्भूपुरा, केसरपुरा, सावा, ढाणी, बनेष्टि, नीम का अमराना, पाटनीया, फलासिया, अरनिया पंथ, बिलोदा सहित आसपास के एक दर्जन से अधिक गाँवो से सेकड़ो ग्रामीण और जनप्रतिनिधि फैक्ट्री गेट बंद करवा धरने पर बैठ गये।
पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि अविनाश जाट ने बताया कि स्थानीय लोगों को रोजगार देने के बजाय बाहर के लोगों को यहाँ रोजगार दिया जा रहा जो कभी सहन नहीं किया जायेगा, इस उद्योग में स्थानीय लोगों कि जमीने, घर गये हें तो स्थानीय को प्राथमिकता मिले, इसीलिए स्थानीय को रोजगार, मजदूरी रेट में आ रहें अंतर को दूर करने, माइनिंग क्षेत्र के गाँवो को अन्यत्र स्थापित कर इन्हे इस उद्योग में नियमित रोजगार देने सहित विभिन्न मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है, उन्होंने कहा कि अगर फैक्ट्री प्रबंधन मांगो को नहीं मानता है तो आगे प्रदर्शन जारी रखकर उग्र आंदोलन किया जायेगा जिसका जिम्मेदार फैक्ट्री प्रबंधन व जिला प्रशासन होगा।
इस दौरान चित्तौडग़ढ़ ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष कांग्रेस विक्रम जाट, पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि अविनाश जाट, अरनिया पंथ मंडल अध्यक्ष कालूलाल जाट, सावा मंडल अध्यक्ष अर्जुन रायका सहित कांग्रेस के कई युवा व वरिष्ठ कार्यकर्त्ता और सेकड़ो ग्रामीण धरने पर बैठे।
सुचना पर डिप्टी भदेसर धर्माराम गिला, शम्भूपुरा सीआई अध्यात्म गौतम और भदेसर थानाधिकारी शंकरलाल मय जाप्ता एवं पुलिस लाइन से जाप्ता तैनात रहा।
डिप्टी धर्माराम गिला ने बताया कि स्थानीय को रोजगार कि मांग को लेकर ग्रामीणों द्वारा किये जा रहें धरने कि सुचना पर मोके पर पहुचे ग्रामीणों के प्रतिनिधि मंडल और फैक्ट्री प्रबंधन को साथ बिठाकर वार्ता की जा है।

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