उदयपुर में कश्मीर की तरह बर्फबारी का नजारा, फसले हुई बर्बाद, किसान बोले हम क्या खाएंगे, कैसे हमारे बच्चों का पेट भरेंगे।
वीरधरा न्यूज़। उदयपुर@डेस्क।
उदयपुर। शहर में बीती रात कश्मीर जैसा नजारा देखने को मिला। यहां तेज हवा और जोरदार बिजली कड़कने के साथ बड़े आकार के ओले गिरे। ओले गिरने से सड़कों से लेकर मकानों और खेतों में जैसे सफेद चादर बिछ गई। ऐसा लग रहा था जैसे कश्मीर की तरह बर्फबारी हो रही हो। हालांकि इस ओलावृष्टि ने किसानों की फसल को पूरी तरह बर्बाद करके रख दिया। खेतों में लहलहाती गेहूं और धान की फसल नीचे गिर गई। फसल की एक डंडी के दो से तीन टुकड़े हो गए। ये हालात देखकर किसानों को रोना आ रहा है।
किसान बोल रहे हैं कि उनके पास न तो नौकरी है और ना ही कोई कमाने का दूसरा साधन। फसल ही एक मात्र जीवन का गुजारा था लेकिन वह भी बर्बाद हो गई। अब तो भूखे मरने जैसी नौबत आ गई। किसानों ने सरकार ने मुआवजे की मांग उठाई है।
किसान बोले, क्या खाएंगे, कैसे हमारे बच्चों का पेट भरेंगे
उदयपुर के छोटा गुढ़ा निवासी किसान घनश्याम सालवी ने बताया कि फसल खड़ी करने पर की गई इतनी मेहनत पर बुरी तरह पानी फिर चुका है। सरकार से अनुरोध है कि इसकी भरपाई की जाए। किसान प्रताप बताते हैं कि मेरे नौकरी नहीं है, ना कमाई का दूसरा साधन है। फसल बर्बाद हो गई है। अब भूखे मरने की नौबत आ जाएगी। हम क्या खाएंगे, कैसे हमारे बच्चों का पेट भरेंगे। किसान धोलाराम ने बताया कि रात-दिन सर्दी में खेतों में फसल खड़ी करने में जुटे रहे लेकिन अचानक सबकुछ बर्बाद हो गया। खेत खलिहान को देखकर बार-बार रोना आ रहा है।
बारिश अलसुबह बर्फबारी में बदल गई
शनिवार शाम को मावठ की बारिश का दौर शुरू हुआ था। जो रुक रुककर रात करीब 3:30 बजे तक बर्फबारी में बदल गई। रविवार को सुबह तक यह दौर जारी रहा। उदयपुर-चित्तौड़ हाइवे और डबोक से सिंघानिया यूनिवर्सिटी रोड पर तो कश्मीर की तरह बर्फ की चादर बिछी देखी गई।