चित्तोड़गढ़-बनास नदी से कपासन भोपाल सागर धमाणा फीडर मे पानी की आवक लगातार रखने के संबंध में जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन।
वीरधरा न्यूज़।चित्तोड़गढ़@ श्री अनिल सुखवाल।
चित्तौड़गढ़।बनास नदी में लगातार पानी बह रहा है एवं उसमें आगे स्थित मातृकुंडिया बांध कई दिनों पहले अपनी क्षमता के अनुसार भर चुका है एवं पानी की आवक के साथ ही गेट खोल कर पानी आगे छोड़ा जा रहा है। बनास नदी से कपासन, भोपालसागर, धमाणा क्षेत्र के तालाब भरने हेतु एक फीडर का निर्माण हो रखा है एवं वर्तमान में कपासन का तालाब जीरो लेवल तक खाली पडा है जहां फीडर निकल रही है उस क्षेत्र के सारे तालाब भर चुके है एवं नदी पर स्थित बांध भी पूरी क्षमता से भर चुका है इस स्थिति में खाली पड़े कपासन तालाब को भरने के लिए नदी से पानी घुमाकर फीडर के माध्यम से लाया जा सकता हैं।
कपासन नगर में वर्तमान दिनों में जबकि मानसून लगभग जा चुका है उन परिस्थिति में भी एकांतर रूप से जल व्यवस्था चल रही है यदि तालाब में पानी नहीं आता है तो आने वाले गर्मियों के दिन में भयंकर पेयजल संकट का सामना करना पड़ेगा।
17 अगस्त को रेलमगरा उपखंड कार्यालय में उपखंड अधिकारी मनसुख डामोर एवं फीडर उद्गम स्थल क्षेत्र के किसान लोगों के साथ एक बैठक हुई जिसमें यह सहमति बनी थी कि फीडर में पानी अवतरत चालू रखा जाएगा। इस पर 18 अगस्त को फीडर में पानी चालू कर दिया गया इसके बाद गिलुण्ड तालाब, पछमता का नाडी तालाब भरने के बाद भोपाल सागर धमाणा कपासन की तरफ पानी चालू किया गया विगत कुछ दिनों से पानी चल रहा था लेकिन 5 सितम्बर को सुबह 11 बजे के लगभग फीडर के गेट ग्रामीणो के द्वारा बंद कर दिए गए जबकि नदी में पानी लगातार बह रहा है।
बनास नदी मे बह रहे पानी को जल्द से जल्द कपासन धमाणा फीडर मे आवक चालू करके उसकी निरंतरता बनाए रखने हेतु उचित व्यवस्था होने से कपासन तालाब मे पानी आ सके इस बाबत जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।