चित्तोड़गढ़-अटल भू-जल योजना के अन्तर्गत एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण एवं क्षमतावर्धन कार्यक्रम का आयोजन।
वीरधरा न्यूज़।चित्तोड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। अटल भू-जल योजना के अन्तर्गत एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण एवं क्षमतावर्धन कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार को कृषि विज्ञान केन्द्र रिठोला, चितौड़गढ़ में सिंचाई प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण संस्थान कोटा (आई0एम0टी0आई0 कोटा) एवं जिला कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई चितौड़गढ़ (डी0पी0एम0यू0 चितौड़गढ़ ) के तत्वधान में अटल भू-जल योजना के अन्तर्गत एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण एवं क्षमतावर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मंगलवार को प्रातः 10.30 बजे कृषि विज्ञान केन्द्र रिठोला, चितौड़गढ़ में प्रतिभागियों का पंजीयन त्रिलोक जैन, आई0एम0टी0 कोटा द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन शैलेन्द्र धारगवे उपनिदेशक भूजल विभाग सिंचाई प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण संस्थान कोटा (आई0एम0टी0आई0 कोटा) के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में अरूण कुमार जैन अधीक्षण भू जल वैज्ञानिक भू जल विभाग उदयपुर, श्योजी राम, अधीक्षण अभियन्ता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, राज कुमार शर्मा अधिशाषी अभियन्ता जल संसाधन विभाग, आर.एल. सोलंकी वरिष्ठ वैज्ञानिक के.वि.के, शुभेन्द्र पाल सिंह परमार नोडल अधिकारी अटल भू जल योजना, के.एल. धाकड़ कनिष्ठ अभियन्ता वाॅटर शेड विभाग, वी.एस. राजपुत कृषि अधिकारी उद्यानिकी विभाग एवं चितौड़गढ़ पंचायत समिति की 40 ग्राम पंचायतो के प्रधानाचार्य व डी0आई0पी0/डी0पी0एम0यू0 के सदस्यों ने भाग लिया।
शुभेन्द्र पाल सिंह परमार नोडल अधिकारी अटल भू जल योजना द्वारा प्रशिक्षण में अटल भू-जल योजना अन्तर्गत ग्राम पंचायतों में बनाये गये पूर्व के वाटर सिक्यूरिटी प्लान व वित्तीय वर्ष 2022-23 में विभिन्न विभागों द्वारा ग्राम पंचायतों में कराये जा रहे भू जल संरक्षण एंव संवर्धन के कार्यो का प्रस्तुतिकरण किया गया। नोडल अधिकारी द्वारा अटल भूजल योजना की जानकारी देते हुए योजना के मूल उद्देश्यों – जन सहभागिता से जल प्रबंधन को मजबूत करना वाटर रिचार्ज एवं गिरते हुए जल स्तर को रोकने पर चर्चा की गई तथा ग्राम पंचायत स्तर पर जनसहभागिता के साथ ये योजना कितनी सार्थक एवं आवश्यक है इस पर एक दूसरे के विचार विमर्श किये जाने तथा आपसी समन्वय से किस प्रकार गिरते जल स्तर को रोका जावें इस पर विस्तृत चर्चा की गई साथ ही जिले के सभी अधिकारियों से आग्रह किया की अधिक से अधिक जल संरक्षण के कार्याे जनसहभागिता दी जाये साथ ही योजनान्तर्गत प्रोत्साहन राशि के घटकों पर विस्तृत चर्चा की गई।
अरूण कुमार जैन अधीक्षण भू जल वैज्ञानिक भू जल विभाग उदयपुर द्वारा योजना के मूल उद्देश्य प्राप्ति हेतु सभी प्रतिभागियों से सहयोग की अपील की व वर्षा जल भूगर्भ तक पहुॅचाने के लिये गाॅव के कुऐ, तालाब आदि के बारे में जानकारी दी गई।
कार्यक्रम के मुख्य रूप से विषय विशेषज्ञ के रूप में श्योजी राम, अधीक्षण अभियन्ता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, राज कुमार शर्मा अधिशाषी अभियन्ता जल संसाधन विभाग, द्वारा अपने विभागों की कार्ययोजनाओं के विषय में विस्तुत जानकारी दी एवं किस प्रकार से जल संरक्षण के विभागीय कार्यो का अटल भूजल योजना में समावेश किया जा सके जिस पर चर्चा की गई।
उक्त प्रशिक्षण में भू-जल विभाग चितौड़गढ़ के हिम्मत लाल चौधरी, मुकेष गुर्जर, (वरिष्ठ सहायक) अंकित जैन आई0ई0सी0 एक्सपर्ट, देवी लाल मेनारिया (तकनीकी वाहक) एवं निखिल सोनी, रवीना गर्ग मल्टी टांस्किग स्टाफ आदि ने प्रशिक्षण के सफल संचालन में सहयोग प्रदान किया।