जिले के 13 पुलिस थानों के 104 प्रकरणों में जब्तशुदा अवैध अफीम डोडा चूरा, स्मैक, ब्राउनशुगर व गांजा का किया गया नष्टीकरण।
वीरधरा न्यूज़।चित्तोड़गढ़@डेस्क।
चित्तौडगढ। जिले के 13 पुलिस थानों में वर्ष 2002 से 2021 के मध्य जब्तशुदा अवैध डोडाचूरा, स्मेक, ब्राउनशुगर, गांजा को न्यायालय से निस्तारण आदेश के बाद शनिवार को कमेटी द्वारा मांगरोल स्थित जे. के. सीमेन्ट प्लांट के इंसिलेटर में जलाकर नष्ट किया गया।
पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन ने बताया कि जिले के 13 पुलिस थानों के मालखाना में रखा हुआ अवैध डोडाचूरा, स्मैक, ब्राउनशुगर, गांजा मादक पदार्थ कई वर्षो से थानों में पड़े रहने के कारण सड़ गल कर खराब हो रहा था, थानों के मालखाना, इन जब्तशुदा मादक पदार्थों की वजह से लबालब भरे पड़े थे, जिससे अन्य जब्तशुदा मालों के रखने की समस्या आ रही थी। इसके निस्तारण की कार्यवाही के क्रम में पुलिस अधीक्षक कार्यालय की कार्यप्रणाली शाखा द्वारा संबंधित थानाधिकारियों से माल के निस्तारण के संबंध में प्रस्ताव प्राप्त कर, रिकॉर्ड तैयार किया गया।
उक्त कार्यवाही के दौरान पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कैलाश सांदू, पुलिस उप अधीक्षक निम्बाहेड़ा आशीष कुमार, पुलिस उप अधीक्षक यातायात लाभूराम विश्नोई, थानाधिकारी गंगरार शिवलाल मीना, संबंधित 13 थानों के थानाधिकारी एवं मालखाना प्रभारी, अपराध सहायक गोपाल शर्मा, कार्यप्रणाली शाखा प्रभारी जया वर्मा व कार्य प्रणाली शाखा के कर्मचारियों आदि की उपस्थिति में आवश्यक रिकॉर्ड मिलान करने के बाद मादक पदार्थो का वजन किया गया तथा संबंधित मालों के वजन व नष्टीकरण के समय फोटो ग्राफी व विडियो ग्राफी करवाई गई।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिले के थाना कोतवाली चित्तौडगढ, कोतवाली निम्बाहेडा, सदर निम्बाहेडा, कपासन, बडीसादडी, राशमी, भदेसर, मंगलवाड, बिजयपुर, पारसोली, शंभूपुरा, कनेरा, रावतभाटा कुल 13 पुलिस थानों में दर्ज कुल 104 प्रकरणों में से 75 प्रकरणों में अवैध मादक पदार्थ 365 क्विंटल 43 किग्रा डोडा चूरा, 15 प्रकरणों में 1 क्विंटल 75 किग्रा गांजा, 8 प्रकरणों में 270 ग्राम स्मैक व स्मैक उपकरण, 6 प्रकरणों में 2 किलोग्राम ब्राउनशुगर को जिला पुलिस द्वारा कार्यवाही के दौरान तस्करों के कब्जे से जब्त किया गया था। उक्त सभी 104 प्रकरणों में जब्तशुदा अवैध मादक पदार्थो को जिला औषधि व्ययन समिति चित्तौडगढ द्वारा जे.के. सीमेंट के अधिकारियों से अनुमति लेकर मांगरोल स्थित जे के सीमेंट फेक्ट्री के इंसिलेटर में जलाकर नष्ट किया गया।