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चित्तौड़गढ़- जिले के डॉक्टर तिवारी, डॉक्टर शर्मा व ज्योतिर्विद मेनारिया को जयपुर में मिला ज्योतिष रत्न सम्मान।

वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@श्री अनिल सुखवाल।

चित्तौड़गढ़। ज्योतिष वेद वेदांग संस्कृत संस्थान जयपुर की दो दिवसीय राष्ट्रीय ज्योतिष संगोष्ठी एवं नवसंवत्सर पञ्चांग पूजन कार्यक्रम 26 व 27 मार्च को सम्पन्न हुआ। आयोजन के उद्घाटन सत्र में राजस्थान सरकार के शिक्षा एवं संस्कृत मंत्री बीडी कल्ला, गलता पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज, पीके गोयल अतिरिक्त शिक्षा सचिव राजस्थान सरकार, सुरेश मिश्रा महामंत्री अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा की मौजूदगी में देश भर से आए विद्वानों ने वैदिक ज्योतिष से संबंधित अपने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय जयपुर से ज्योतिष विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ईश्वर भट्ट व सुभाष चंद्र मिश्र, राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय से प्रोफेसर कैलाश शर्मा, प्रोफेसर भास्कर श्रोत्रिय, महाराजा काॅलेज के पूर्व आचार्य प्रोफेसर मोहन लाल शर्मा उदयपुर से सुरेश त्रिपाठी, उत्तर प्रदेश चंदौली से रामप्रीत, अहमदाबाद से गजेंद्र सहित आदि विद्वान आयोजन के साक्षी बने। कार्यक्रम में ज्योतिष साधना सम्मान से प्रोफेसर चंद्रमौली उपाध्याय पूर्व विभागाध्यक्ष ज्योतिष काशी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी को तथा मार्तंड सम्मान प्रोफेसर सुदर्शन शांडिल्य पटना बिहार को विशेष सम्मान दिया गया। डॉक्टर मृत्युञ्जय तिवारी, डॉक्टर अशोक शर्मा श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय सहित निंबाहेडा के शिक्षाविद्, ज्योतिर्विद् नरेश मेनारिया को ज्योतिष के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान व भारतीय प्राच्य विद्याओं के प्रचार प्रसार में योगदान हेतु सम्मानित किया गया। आयोजन में डॉक्टर मृत्युञ्जय तिवारी ने मंच संचालन कर अपनी सहभागिता निभाई। रविवार 27 मार्च को समापन समारोह में विद्वजन समारोह के अंतर्गत जयपुर नगर निगम की मेयर डॉक्टर सौम्या गुर्जर एवं संस्थान के पदाधिकारियों ने प्रमाण पत्र पञ्चांग देकर डॉक्टर मृत्युंजय तिवारी को सम्मानित किया। संस्थान की अध्यक्ष कीर्ति शर्मा ने अतिथियों का धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम को अभूतपूर्व बताया।
अलर्ट नेशन न्यूज़ के लिए पंडित नरेश मेनारिया की लाइव रिपोर्ट।

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