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चित्तोडगढ़-यह कोई राजनीतिक यात्रा नहीं मैं सांवरिया सेठ के दर्शन करने आई हूं: वसुंधरा राजे।

वीरधरा न्यूज़।चित्तोडगढ़@डेस्क।
चित्तोडगढ़।लोग इसे यात्रा यात्रा कह रहे हैं लेकिन यह कोई राजनीतिक यात्रा नहीं मैं तो सांवरा सेठ के दर्शन करने आई हूं और कोविड-19 मैं दिवंगत हुए अपनों के परिवारजनों से मिलने आई हूं, यह मेरी धार्मिक यात्रा हैं यह बात मेवाड़ यात्रा पर सांवरिया जी आई पूर्व सीएम और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे सिंधिया ने कही।
वसुंधरा राजे हेलीकॉप्टर से सांवलिया जी पहुंची और हेलीपैड से सीधे सांवरिया सेठ के मंदिर पहुच दर्शन किये और प्रदेश की खुशहाली की कामना की। जिसके बाद 12 बजकर 14 मिनिट पर जैसे ही राजे स्टेज पर पहुंची समर्थकों में खुशी की लहर छा गई और फिर से राजस्थान मांग रहा वसुंधरा, केसरिया में हरा हरा राजस्थान मांगे वसुंधरा, के नारों से पांडाल गूंज उठा।
स्टेज पर पहुंचने के बाद पूर्व यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी, पूर्व मंत्री भवानी सिंह राजावत, चित्तोडगढ़ विधायक चन्द्रभान सिह आक्या, कपासन विधायक अर्जुनलाल जीनगर, बड़ीसादड़ी विधायक ललित ओस्तवाल, जिलाध्यक्ष गौतम दक, जिला प्रमुख डॉ सुरेश धाकड़, कमलेश पुरोहित आदि ने स्वागत किया, तो वही पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश झंवर व उनकी टीम ने 51 किलो की माला पहनाकर, भारत तिब्बत मंच की प्रदेश अध्यक्ष भारती वैष्णव व टीम ने तलवार भेंट कर, वसुंधरा राजे समर्थन मंच के प्रदेश मंत्री विनोद धाकड़ ओर टीम आदि सहित विभिन्न संगठनों, समाजजनों ने भव्य स्वागत किया।
पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने अपना उद्बोधन सांवरिया सेठ के जयकारे से शुरू किया तो वही भीड़ मंच पर पहुंचने लगी तो राजे ने स्टेज खाली करने की बात कही उन्होंने कहा कि आज यहां पर इतना जनसैलाब उमड़ा है आप सभी का इतना प्रेम उत्साह देखकर अभिभूत हूं मन करता है आप सबको गले लगा लूं उन्होंने कहा आपने दो बार मुख्यमंत्री बनाया इसके लिए आप सब का आभार हैं कोविड में भी जहां तक संभव हो सके हमने जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाई और आगे भी हमारा हमेशा यही प्रयास रहेगा, राजे ने कहा कि आज कोविड के चलते हमारे बहुत से अपने हमारे बीच नहीं रहे आज सांवरिया जी के सामने खड़े होकर प्रार्थना करती हूं जो लोग चले गए उनकी आत्मा को सद्गति दे और परिवार को यह वज्रपात सहने की शक्ति दे साथ ही उन्होंने कहा कि जिनके साथ भी यह संकट आया हम उन सब के साथ हैं और आंसू पोंछने के लिए हम हैं और हमेशा साथ रहेंगे।
उन्होंने कहा कि राजमाता ने सिखाया कि 36 के 36 कोम एक साथ एक परिवार की तरह है सबको साथ रखना है और राजस्थान को आगे बढ़ाना है तो सबका साथ सब को विश्वास में लेकर ही हम विकास कर सकते हैं उन्होंने कहा कि दूर-दूर से आप यहां आए यह आपका प्रेम है हमें और कुछ नहीं चाइये आपने प्यार दिया हमारी जिंदगी भर के लिए झोली भर दी मैं इसके लिए तो भगवान को भी धन्यवाद करती हूं, मेरा सौभाग्य है कि हमें राजस्थान की जनता का साथ मिला। उन्होंने कहा कि राजस्थान के सभी मंदिर अच्छे हो, जीर्णोद्धार हो जिसके लिए हमने काम किया था और आगे भी करते रहेंगे साथ ही उन्होंने कहा कि सांवरिया जी में कुछ सालों पहले कुछ नहीं था लेकिन यह भगवान की ही कृपा है जो आज क्षेत्र ही बदल गया है उन्होंने कहा कि पैनोरमा बनाए गए ताकि आप अपने बच्चों को इतिहास से सीखा सकें। साथ ही उन्होंने अंत में कहा कि आप सबने आज पुनः यहां पधार कर इतना प्यार दिया उसके लिए मैं आप सभी का दिल से धन्यवाद ज्ञापित करती हूं

भीड़ काबू करने के लिए थ्री स्टारों को भी करनी पड़ी मशक्कत

पूर्व मुख्यमंत्री राजे के मंच पर पहुंचते ही भीड़ बेकाबू होने लगी कहीं लोग जबरदस्ती मंच पर चढ़ने लगे वहां मौजूद कहीं 3 स्टार पुलिस कर्मी और अधिकारियों को भीड़ को काबू में करने के लिए काफी हद तक मशक्कत करनी पड़ी कहीं बाहर कार्यकर्ता और पुलिस उलझती नजर आई तो कहीं धक्का-मुक्की भी देखी गई वही जिले के एक बड़े नेता भी एक पुलिस अधिकारी से उलझते और धक्का देते नजर आए जिसके बाद एक बार कि माहौल गरमा गया उसके बाद समझाइए के बाद माहौल शांत हुआ।

वसुंधरा के जाते ही टिकट की चर्चाओं का बाजार गर्म हुआ-

वैसे तो पूर्व सीएम के इस दौरे को धार्मिक यात्रा का नाम दिया गया लेकिन इसके पीछे कही राजनीतिक गलियारों में देखा जा रहा है और इसे कहीं लोगों ने दबी जुबान अलग अलग नेताओ का शक्ति प्रदर्शन भी बताया, तो वही राजे के जाते ही, आने वाले चुनाव में टिकट की चर्चाएं भी जोरो शोरो से होने लगी और जिले के बड़े नेताओं और उनके समर्थकों मैं टिकट को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म दिखा।

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