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कपासन-क्षेत्र में दो दिन से जारी मावठ की बारीश अफीम किसानों के लिए बनी आफत, नवांकुरित फसल गलने का डर।

वीरधरा न्यूज।कपासन@ श्री शम्भूदयाल टेलर।
कपासन। कपासन क्षेत्र में केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अधीन नारकोटिक्स विभाग द्वारा जारी अनुज्ञा पत्र के आधार पर बहुतायत से अफीम की खेती की जाती है। जिसका बुवाई का समय अक्टूबर व नवंबर में होता है परंतु चालू वित्त वर्ष में केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा प्रति वर्ष घोषित की जाने वाली अफीम नीति की घोषणा में देरी के चलते नारकोटिक्स विभाग ने अनुज्ञापत्र जारी करने में देरी कर दी थी| जिससे किसान अफीम फसल की बुवाई समय पर नहीं कर सके। इधर 2 दिन से अनवरत जारी मावठ की बारिश देरी से बुवाई की गई अफीम फसल के लिए आफत बनी हुई है नवांकुरित अफीम फसल की क्यारियों में बारिश का पानी लबालब भर गया हैं, जिससे छोटे पौधों के गलने का डर सता रहा है। अफीम किसान खेत में बने क्यारों से पानी खाली करने का जतन भी कर रहे हैं।

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