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नागौर-अन्याय पर न्याय व असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्थापना दिवस विजयदशमी नागौर में हुआ आयोजित।

वीरधरा न्यूज़।नागौर@श्री जिनेन्द्र बोथरा।
नागौर।अन्याय पर न्याय व असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्थापना दिवस विजयदशमी नागौर में आयोजित हुआ। इस अवसर पर प्रतीकात्मक रूप से घोष बजाने वाले स्वयंसेवकों द्वारा पथ संचलन किया गया । सात्विक शक्ति के प्रतीक रूप से शस्त्र पूजन किया गया । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जोधपुर सह प्रांत कार्यवाह खेमाराम व नागौर विभाग संघचालक डॉ केवलराम गोड द्वारा संघ के गुरु प्रतीक भगवा ध्वज के सम्मुख यह शस्त्र पूजन किया गया । इस अवसर पर बौद्धिक पाथेय प्रदान करते हुए सह प्रांत कार्यवाह ने कहा कि वैदिक, संस्कृति , हिंदू या आर्य या भारतीय संस्कृति एक ही पर्यायवाची शब्द में निहित है। हम सभी संस्कृति के वाहक बने और इसके अनुरूप चलें। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक सांस्कृतिक संगठन है किंतु स्वयं सेवक का व्यवहार सैनिक जैसा होना चाहिए । उन्होंने कहा कि संघ द्वारा इस कोरोना की विभीषिका में अनेक सेवा कार्य किए गए तथा तीसरी लहर की आशंका में तैयारियां भी की गई । ग्राम सुरक्षा समिति के माध्यम से समाज की आवश्यकता व संगठन की क्षमता व ताकत के अनुसार कार्य किया गया। हम संस्कृति के वाहक बन कर पीढ़ी दर पीढ़ी कार्य करते रहेंगे ऐसा संकल्प भाव मन में होना चाहिए। हिंदुत्व हमारा आधार है। हममें संगठन के अनुसार आत्मसात होने व कार्य करने का भाव भी तो होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्व में अपने अलावा दो अन्य विचारधाराएं हैं। जिसमें एक के अनुसार जो हमारे अनुसार नहीं चलेगा या मजहब में विश्वास नहीं करेगा वह नरक में जाएगा। दूसरे पंथ के अनुसार जो हमारे अनुसार नहीं चलता है उन्हें जीने का अधिकार नहीं है । इसी का एक रुप अफगानिस्तान में भी अभी हाल ही में दिखाई दिया जहां आम नागरिकों के साथ हुए अन्याय के विरुद्ध बोलने का साहस ही नहीं किया गया बल्कि ऐसे आचरण की प्रशंसा भी की गई । उन्होंने कहा कि अगर शासन शरीयत के अनुसार चलेगा तो क्या लोकतंत्र व्यवस्था श्रेष्ठ नहीं है । उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में अनेक वर्षों तक संघर्ष का कालखंड रहा है । यह संघर्ष मानवता को बचाने का संघर्ष रहा है जिसमें छत्रपति शिवाजी , महाराणा प्रताप आदि महान पुरुषों के द्वारा योगदान किया गया । विश्व में अगर हिंदुत्व बचेगा तो ही सृष्टि बचेगी क्योंकि हम सभी मानवतावादी दृष्टिकोण व वसुधैव कुटुंबकम का भाव रखते हैं । उन्होंने कहा कि विजयादशमी के दिन यह संकल्प मन में धारण करना चाहिए कि रावण राक्षसी वृत्ति के स्थान पर हम राम वृत्ति धारण करें । कोऊ नृप होय हमें का हानि के स्थान पर राष्ट्रीय भाव मन में रखें । मुफ्त राशन व पानी के लोभ में मतदान के निमित्त राष्ट्रीय भाव को नहीं छोड़े । उन्होंने कहा कि संघ स्थान सज्जन शक्ति को पुष्ट करने का स्थान है । अतः इसकी साधना हेतु सतत व नियमित रूप से संघ स्थान पर आना ही श्रेष्ठकर है।
कार्यक्रम में नागौर विधायक मोहनराम चौधरी, जगवीर छाबा , रुद्र कुमार शर्मा, राम सिंह राठौड़ , रामावतार चांडक , मेघराज राव सहित अनेक कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित थे ।

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