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नागौर-सीएमएचओ डॉ. मेहराम महिया ने की आमजन से अपील, सण्डे को ड्राई डे मनाओ, डेंगू-मलेरिया को दूर भगाओ।

वीरधरा न्यूज़।नागौर@श्री प्रदीप डागा

नागौर।इन दिनों मौसमी बीमारियों विशेषकर डेंगू की रोकथाम व बचाव के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से मरीजों का समय पर उपचार एंटी लार्वा गतिविधियां संचालित की जा रही है। इसके लिए विभाग की ओर से स्वास्थ्य दल आपके द्वार अभियान चलाया जा रहा है।इस अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया ने मौसमी बीमारियों की रोकथाम को लेकर आमजन से अपील की है कि आगामी एक माह तक हर रविवार को ड्राई डे के रूप में मनाएं। इस दिन अपने घरों में कूलर, फ्रीज, गमले, परिंडे आदि को खाली करें ताकि मच्छर के लार्वा पनपने के खतरे से बचा जा सके। उन्होंने आमजन से आग्रह किया है कि इन मौसमी बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए आपके घर आने वाले स्वास्थ्य दल का सहयोग प्रदान करे और आपके आसपास साफ-सफाई रखें।

उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवराज राव ने बताया कि अभियान स्वास्थ्य दल आपके द्वार के तहत जिले में विशेष रूप से शहरी व कस्बाई क्षेत्रों तथा जलभराव वाले ग्रामीण क्षेत्रों पर अधिक फोकस किया जा रहा है। इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग की ओर से सर्वे, एंटी लार्वल गतिविधियां, फोगिंग व जागरूकता का कार्य किया जा रहा है। फोगिग के कार्य में नगरीय निकाय संस्थाएं भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग का पूर्ण सहयोग कर रही है।

वहीं इस अभियान में जोन प्रभारी, सेक्टर प्रभारी चिकित्सक, पीएचएम, एलएचवी व एएनएम की प्रमुख भूमिका रहेगी। डॉ. राव ने बताया कि अभियान के तहत डेंगू व मलेरिया प्रभावित क्षेत्र के स्थानीय जनप्रतिनिधयों और गणमान्य लोगों का साथ लेकर ऐसी मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए जनजागरूकता लाने का काम भी किया जाएगा।

 

जानिए डेंगू मच्छर की पहचान’

 

डेंगू कारक मच्छर एडीज एजिप्टी की पहचान यह होती है कि उसके शरीर पर टाइगर जैसी धारिया बनी रहती है।

यह मच्छर साफ पानी में पैदा होता है, और यह अधिकतर दिन में ही काटता है।

अण्डे से मच्छर बनने में 5-7 दिन का समय लगता है और ये मच्छर प्राय घरों मे ही निवास करते है।

साफ पानी में दिखने वाले लट्टे/कीड़े ही लार्वा होते है।

 

पहचानें डेंगू बुखार के लक्षण’

 

तेज सिरदर्द, अचानक तेज बुखार, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेषियों में खिंचाव व दर्द, स्वाद का पता नहीं चलना, चक्कर आना, जी घबराना के साथ ही उल्टी आना आदि लक्षण दिखने पर तुरन्त चिकित्सक से सलाह लेकर उचित उपचार करावें।

 

’ऐसे कर सकते हैं बचाव’

 

कूलर में भरे पानी को सप्ताह में एक बार साफ करें।

घर के आसपास इकट्ठे हुए पानी को साफ करे।

पुरानी टंकियों, बाल्टियों व बरतनों में अधिक समय तक पानी भरकर न रखे।

पूरी बांहे के कपडे पहने।

अपने आसपास फैले पानी में एन्टी लार्वा एक्टिविटी कराये।

मच्छरदानी का प्रयोग करे।

जमा पानी में एन्टी लार्वा गतिविधिया करवाने के लिए स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें।

सर्दी-जुकाम होते ही अपने नजदीकी सरकारी अस्पताल में उपचार ले।

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