चित्तौड़गढ़।बड़ीसादड़ी क्षेत्र के बोहेड़ा गांव में धींग परिवार के मकान पर ताला तोड़ कब्जा करने के मामले में एक नया मोड़ आ गया है। जिसमे आरोपीगणों ने जिला पुलिस अधीक्षक के समक्ष प्रस्तुत होकर एक ज्ञापन सौंपकर कहा है कि उनके खिलाफ दर्ज करवाया गया प्रकरण झूठा है और उक्त मकान उनके चाचा शांति लाल पिता नानालाल धींग के नाम पर है। प्रकरण में आरोपी विकास जैन ने बताया कि मेरे ससुर पवन जैन पिता बसंती लाल जैन को उनके चाचा शांतिलाल जैन पिता नानालाल जैन के गोद रखने एवं उक्त मकान उनसे वसीयत में मेरे ससुर पवन जैन को प्राप्त होने से उस मकान का मालिकाना हक हमारा ही है। शान्ति लाल जैन की लाऔलाद मृत्यु होने के बाद से ही उस मकान पर मेरे ससुर पवन जैन का कब्जा काबिज था एवं मकान में निर्मित दुकान का किराया भी मेरे ससुर ही लेते आ रहे हैं।
प्रकरण में प्रतिवादी पवन कुमार जैन ने बताया कि पारसमल चौधरी नाम के एक व्यक्ति ने ही वकील पंकज मेहता के साथ 4-5 लोगों को लेकर घटना को अंजाम दिया और मकान के ताले तोड़ अनाधिकृत पवन कुमार के मकान में प्रवेश किया और बाद में अपना ताला लगा दिया जिस पर पवन कुमार जैन द्वारा बड़ीसादड़ी थाने में एफआईआर संख्या 206/2021 दर्ज करवाई थी जिसका अनुसंधान चल रहा है।
पवनकुमार जैन ने बताया कि उक्त न्यायालय पर इस मकान के सम्बन्ध में एक वाद भी माननीय न्यायालय में विचाराधीन है।
उन्होंने बताया कि मकान पर प्रकरण में अपना पक्ष कमजोर होते देख हमारे विरोधी परसराम चौधरी ने पुलिस से मिलाभगती कर पूरा षडयंत्र रचा है और हमारे खिलाफ झूठा प्रकरण 211/12-09-2021 दर्ज करवाया है। पवन कुमार जैन व अन्य ने जिला पुलिस अधीक्षक के समक्ष प्रस्तुत होकर मामले की जांच अधिकारी पुलिस उप अधीक्षक से अन्य पुलिस अधिकारी को जांच देने का अनुरोध किया है। साथ ही पवन कुमार जैन के साथ उनके दामाद विकास जैन ने बताया कि प्रकरण में शम्भु लाल मेनारिया जो कि बड़ीसादड़ी के पूर्व उप प्रधान भी रह चुके हैं क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यक्ति होने से उनकी छवि धुमिल करने के लिए उनका झूठा नाम पारसमल चौधरी ने जुड़वाया है, शुम्भुलाल मेनारिया का इस प्रकरण से कुछ भी लेना देना नहीं है वे निर्दोष हैं।
उन्होंने मामले पर बड़ीसादड़ी थाने में दर्ज प्रकरण संख्या 206/2021 एवं 211/2021 दोनों को बड़ीसादड़ी पुलिस अधीक्षक के अलावा किसी भी समकक्ष पुलिस अधिकारी से कराने की मांग की है।