वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़ । प्रदेश के विभिन्न इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने से लोगों की जान गई है। जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने आमजन से सुरक्षित रहने हेतु आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन करने की अपील की है। आमजन भारतीय मौसम विभाग द्वारा बनाई गई दामिनी एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इस एप्लीकेशन पर आमजन को स्वयं के स्तर पर संभावित वज्रपात की जानकारी मिल सकेगी और इस तरह की घटनाओं का न्यूनीकरण हो सकेगा। आपदा प्रबंधन विभाग द्वार “क्या करें एवं क्या ना करें” की एडवाइजरी भी जारी की गई है। अगर पर्याप्त सावधानी रखी जाए तो ऐसी घटनाओं से बचा जा सकता है।
पहले और दौरान-
आकाश में छाए बादलों एवं हवा पर नजर रखें। तीव्र गर्जन सुनने पर सुरक्षित स्थान पर आश्रय लें। बिजलीगर्जन के समय पेड़ों, टीन या धातु की छतों के नीचे शरण न लें। समुचित दूरी रखें और भीड़ के में खड़े होने से बचें। गड़गड़ाहट के अंतिम गर्जन के बाद कम से कम 30 मिनट के लिए गतिविधियों को स्थगित करें। बाहरी गतिविधियों को स्थगित करें, बच्चे बुजुर्गों गर्भवती महिलाओं और जानवरों के लिए भी सुरक्षित स्थान सुनिश्चित करें।
सभी विद्युत उपकरणों को बंद करें और धातु के पाइप में विद्युत कॉर्डेड टेलीफोन उपकरणों, उपयोगिता लाइनों, तारों और बहते पानी के संपर्क से बचें। धात्विक ध्वज के पोस्ट, धातु पाईप या ऊर्ध्वाधर पाइप के करीब ना जाएं। कंक्रीट के फर्श पर ना लेटे व दीवार के साथ साथ सटकर खड़े न हो। इसके स्थान पर पैरों के मध्य सिर को रखकर अपने आप को छोटा बनाकर पंजों के बल बैठे।
पेड़ जो इमारत की सुरक्षा के लिए खतरनाक हो सकते हैं इनकी कटाई छटाई करे। छत पर विद्युत सुरक्षा प्रणाली स्थापित करें। बरामदे, कांच की खिड़कियों और दरवाजों से दूर रहें। बैटरी संचालित रेडियो का उपयोग करें और अपने मोबाइल फोन को चार्ज रखें। यदि आप एक बंद वाहन में है तो सड़क किनारे सुरक्षित स्थान पर वाहन रोककर उसके अंदर ही रहे। स्विमिंग पूल, झीलों, जल निकायों, नावों आदि में होने पर पानी से तुरंत बाहर निकल कर सुरक्षित आश्रय पर पहुंचे। पहाड़ी, खुले खेतों और समुद्र तटों से बचें। मोबाइल का प्रयोग ना करें। भारत सरकार के दामिनी ऐप को डाउनलोड करें।
उपरांत-
जानकारी और निर्देशों के लिए स्थानीय रेडियो और टेलीविजन संचार के साधनों को सुनना जारी रखें। क्षतिग्रस्त या गिरे हुए बिजली के खंभों डूबे हुए बिजली के तारों से दूर रहें और तुरंत नजदीकी विद्युत स्टेशन या पुलिस स्टेशन को सूचित करें। यदि संभव हो तो घायल व्यक्ति को प्राथमिक चिकित्सा दें। जरूरत पड़ने पर उसे नजदीकी अस्पताल ले जाएं। आवश्यक हो तो सीपीआर यानी कार्डियो पलमोनरी रिससिटेशन दें। इसके साथ-साथ उन लोगों की मदद करें जिन्हें सबसे अधिक आवश्यकता हो। जैसे शिशु, बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं, विकलांग और जानवर आदि।