वीरधरा न्यूज़।उदयपुर@ श्री राहुल रांका।
उदयपुर।मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के जिला महामंत्री तेजपाल सिंह शक्तावत ने समोर बाग उदयपुर से मिली जानकारी अनुसार बताया कि दिनांक 29 जून 2021 को रात्रि में पैंथर का पुनः आगमन हुआ है इस कारण बुधवार को प्रातः पैंथर के पग मार्क समोर बाग में देखने को मिले जिसमें महाराणा महेंद्र सिंह मेवाड़ व राज परिवार निवास करता है अल सुबह समोर बाग के कर्मचारियों आदि ने जगह जगह पैंथर के पग मार्क देखें तो सनसनी फैल गई क्योंकि कुछ दिन पूर्व ही इसी प्रकार पैंथर ने दस्तक दी थी जिसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई उन्होंने आकर निरीक्षण किया तथा पैंथर के आने की पुष्टि की तथा कहा था कि समोर बाग के पास ही स्थित होटल के आसपास पाया कि होटल का बचा कुचा नॉनवेज का वेस्ट फेंका जाता है जिसे खाने के लिए कुत्तों का जमावड़ा रहता है जो पैंथर के पसंदीदा शिकारों में से है और बताया कि दूध तलाई मछला मंगरा पहाड़ी पर पैंथर का आसरा रहा है। इसके आसपास के इलाके निर्धारित वितरण क्षेत्र में आते हैं और यह दावा भी किया कि वर्षों से यहां पैंथर हैं पर किसी पर हमला नहीं किया शायद इसी कारण चैन की नींद सो कर हमले का इंतजार कर रहे हैं। महाराणा महेंद्र सिंह जी मेवाड़ को मेवाड़ संभाग की जनता आज भी अपना महाराणा मानती है और उनके प्रति आदर और सम्मान रखते हैं एवं महाराणा महेंद्र सिंह जी मेवाड़ की जनता को स्नेह प्रेम देते रहें जिस कारण से समोर बाग में लोगों का आना जाना लगा रहता है एवं सभी प्रकार के कर्मचारी सुरक्षाकर्मी आदि भी वहां रहते हैं ऐसे में आए दिन पैंथर का वहां आना और किसी प्रकार की अनहोनी हो जाती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा इस पर प्रश्न चिन्ह लगता है क्योंकि समोर बाग अब घनी आबादी वाला क्षेत्र है तो वन विभाग के अधिकारियों स्थानीय प्रशासन को इसे गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि हाल ही में जावर माइंस में इसी प्रकार एक पैंथर आदमखोर बन गया और पिछले सप्ताह ही एक महिला इसकी शिकार हुई थी और अब वन विभाग की नींद जागी।
जौहर स्मृति संस्थान के अध्यक्ष तख्त सिह फाचर सोलंकी, मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के जिला अध्यक्ष सहदेव सिंह राणावत, प्रताप स्पोर्ट्स क्लब के चावंड सिंह दांतड़ा बांध व योगेंद्र पाल सिंह राठौड़ सहित राजपूत समाज के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री व वन एवं पर्यावरण मंत्री राजस्थान सरकार को पत्र लिखकर कहा कि उदयपुर जिला प्रशासन व वन विभाग को समय रहते दूध तलाई मछला मंगरा समोर बाग आदि में विचरण करने वाले पैंथर आदि को पकड़कर अन्य वन्य जीव अभ्यारण में स्थानांतरित करना चाहिए अगर किसी प्रकार की समोर बाग या अन्य जगह जनहानि हुई तो सरकार इसकी जिम्मेदार होगी।