वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ डेस्क।
श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ, चित्तौड़गढ़ द्वारा गुरुवार को जिला कलेक्टर ताराचंदजी मीणा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया जिसमें जैन समाज के खिलाफ अनोप मंडल के सदस्यों के द्वारा जैन धर्म के विरुद्ध किये जा रहे दुष्प्रचार व मंडल की असामाजिक गतिविधियों की जाँच करवाकर कठोर कार्यवाही की माँग की गई।
प्रचार मंत्री सुधीर जैन ने विज्ञप्ति में जानकारी दी कि श्रीसंघ अध्यक्ष हस्तीमल चोरड़िया, मंत्री अजीत नाहर, संरक्षक प्रो सीएम रांका, प्रचार मंत्री सुधीर जैन,संगठन मंत्री राकेश सेठिया के प्रतिनिधिमंडल ने दिए ज्ञापन में कहा है अनोप मंडल एक जैन विरोधी संगठन है जो राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा, कर्नाटक, और उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में जैन धर्म, जैन साधु व साध्वियों के खिलाफ लोगों के दिमाग में जहर घोलने का काम कर रहा है।
ये जगजाहिर है कि कोरोना काल व पूर्व में भी किसी भी विपत्ति के समय देश और विदेश में रह रहे जैन समाज के लोग अग्रणी होकर मानव सेवा का कार्य करते आ रहे हैं।
इसके बावजूद इनका संगठन गाँव-गाँव जाकर प्रचार कर रहा है कोरोना की वैश्विक महामारी सहित विश्व व भारत में आने वाली हर मानव निर्मित संकट व प्राकृतिक आपदा का एकमात्र कारण जैन लोग हैं। जैनों के कारण ही भूकंप आते हैं, जैनों के कारण ही बाढ़ आती है और जैनों के कारण ही आतंकवादी हमले होते हैं, ग्लोबल वार्मिंग के पीछे भी जैन धर्मावलंबियों का हाथ है।
अनोप मंडल लगातार ऐसा प्रचार करके गाँव-2 में जैनों के विरुद्ध विद्रोह व हिंसा को उकसाने का कार्य कर रहा है।
अनोप मंडल के लोग भोले-भाले ग्रामीणों को भय, लालच व प्रलोभन देकर अपने संगठन में शामिल करते जा रहे हैं और जैन लोगों व जैन धर्म के खिलाफ दुष्प्रचार को निरंतर बढ़ावा दे रहे हैं।
अनोप मंडल का इतिहास व साहित्य पढ़ने से पता चलता है कि यह लोग जैनों की आर्थिक संपन्नता से ईर्ष्या करते हैं ।
देखने में आया है कि अनोप मंडल ने कई स्थानों पर जैनों के खिलाफ हिंसा भड़काने में भूमिका निभाई है। गत् 30-40 सालों में राजस्थान राज्य में इस संगठन के विरुद्ध अनेक मामले दर्ज हो चुके हैं, हाई कोर्ट के आदेश भी हुए हैं पर आज तक इस संगठन के विरुद्ध कोई ठोस कार्यवाही न होने से यह अपना विस्तार देश के अन्य राज्यों में करता जा रहा है।
अनोप मंडल को कौन संचालित करता है, कौन इनकी जैन समाज विरोधी गतिविधियों का चलाने के लिए इनको धन उपलब्ध करवाता है और कौन इनको राजनीतिक संरक्षण देता है इसकी त्वरित जाँच करवाने की मांग करते हुए
अनोप मंडल द्वारा संचालित वेबसाइटों, सोशल मीडिया खातों (ट्विटर, फेसबुक, व्हाट्सएप, यूट्यूब) व किताब जगत हितकरणी को प्रतिबंधित किये जाने की मांग की।
साथ ही राज्य में पदविहारी जैन साधु-साध्वियों की सुरक्षा व जीवनरक्षा की व्यवस्था करे, इस संबंध में पुलिस को निर्देश जारी करने का भी अनुरोध किया गया।