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मानवता को बचाने के लिए वैक्सिन और दवाई पेटेंट मुक्त हो – धनपत राम अग्रवाल।

वीरधरा न्यूज़।जयपुर@ श्री राहुल भारद्वाज।

जयपुर।स्वदेशी जागरण मंच, जयपुर प्रान्त की वेबीनार को सम्बोधित करते हुए मंच के अखिल भारतीय सह संयोजक डॉक्टर धनपत राम अग्रवाल (चार्टड अकाउन्टेंट) ने कहा कि आज देश वैश्विक महामारी कोरोना से गुजर रहा हैं । इस निराशा के दौर में एक मात्रा आशा वैक्सिनेशन ही हैं । देश में लगभग 1.38 अरब जनसंख्या हैं व विश्व में लगभग 7.35 अरब जनसंख्या हैं । अर्थात् कोरोना महामारी से मानवता को बचाने के लिए हमें लगभग 14.70 अरब वैक्सीन चाहिए । आज सबसे बड़े सवाल जो हमारे सामने खड़े हैं वे हैं –

सम्पूर्ण विश्व का वैक्सिनेशन कैसे होगा ? मानवता कैसे बचेगी ?

भारत सहित विश्व के 100 देश मांग कर रहे हैं कि कोरोना महामारी से बचाव में काम आने वाली वैक्सीन व दवाई पैटेंट से पूर्ण रूप से मुक्त हो ।

अभी भारत में दो कोरोना वैक्सीन बन रही हैं –

भारत बायोटेक की पूर्ण स्वदेशी को-वैक्सिन व सीरम इंस्टीटूयट व एस्ट्राज़नेका (UK) के संयुक्त प्रयास से निर्मित Covishield

भारत में अभी तक 17 करोड़ लोगों को वैक्सिनेटेड किया गया हैं और हमें लगभग 200 करोड़ लोगों को वैक्सिनेटेड करना हैं ।

आज ना सिर्फ़ भारत अपितु सम्पूर्ण विश्व में जब महामारी का प्रकोप विकराल रूप ले रहा हैं व प्रतिदिन लाखों की संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं व अपनी जान भी गवां रहे हैं तो हमारे सामने सवाल हैं कि हम क्या करे ? मानवता को कैसे बचाए?

वर्तमान व्यवस्था में सभी कोरोना वैक्सीन व दवा निर्माता कम्पनियां पैटेंट क़ानून के प्रावधान के अंतर्गत आती हैं व उन्हें यह अधिकार प्राप्त हैं की वो अपने शोध को अपनी ईच्छा के विपरीत किसी और को उसका उत्पादन ना करने देवें ।

पर जब आज सम्पूर्ण विश्व व मानवता संकट में हैं और वर्तमान कम्पनियाँ कोरोना वैक्सीन व दवाई की आपूर्ति समय पर करने असक्षम हैं तो भारत सरकार के पास पैटेंट अधिनियम के अंतर्गत धारा 47, 84, 92, 100 व 107 के तहत अन्य कम्पनियों को कम्पल्सरी लाइसेन्स व तकनीक स्थानांतरण करने का अधिकार हैं जो आवश्यक उत्पादन की आपूर्ति में सहायक हो सके । उन्होंने कहा कि पेटेंट अधिनियम की धारा 47 में एच्छिक लाइसेन्स स्थानांतरण का प्रावधान हैं जिसमें देंने वाली कम्पनी को रॉयल्टी मिलती हैं ।

धारा 84 के अनुसार भारत सरकार महामारी के समय 3 वर्ष तक पैटेंट वाली कम्पनी के उत्पादन का अधिकार ख़त्म कर किसी अन्य कम्पनी को दवा बनाने के लिए कम्पल्सरी लाइसेन्स जारी कर सकती हैं । इस कड़ी में धारा 92 ओर भी महत्वपूर्ण हैं जिसमें भारत सरकार को अधिकार हैं कि जिस कम्पनी के पास पैटेंट हैं उसकी तकनीक (Technology) अन्य को ट्रान्सफ़र कर सकती हैं, अर्थात् भारत सरकार को यह कार्य करने हेतु हम स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकर्ता वैश्विक सर्व-सुलभ टीकाकरण व चिकित्सा अभियान के अंर्तगत मानव कल्याण हेतु याचिका पर हस्ताक्षर के माध्यम से Petition जागरण कर रहे हैं । अग्रवाल ने स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकर्ताओं सहित अन्य उपस्थित सभी विविध संगठनों के कार्यकर्ताओं से इस डिजिटल हस्ताक्षर अभियान को सफल बनाने हेतु पूरी शक्ति के साथ जुटकर मानवता को बचाने के लिए सम्पूर्ण समाज का सहयोग लेने का आव्हान किया ।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर WTO में TRIPS Agreement के अनुसार धारा 31 व 92 । में प्रावधान हैं कि टेक्नॉलाजी ट्रान्स्फ़र के लिबरल प्रावधान महामारी में लागू हों। इस निर्णय को आगामी 8-9 जून को होने वाली WTO की बैठक में भारत सरकार रखेगी । जिसकी हम भी लगातार माँग कर रहे हैं । आज अमेरिका इस अभियान में हमारे साथ खड़ा हैं । वर्तमान में WTO में 165 देश हैं और सभी के सहमत होने पर ही कोरोना वैक्सीन व दवा पैटेंट मुक्त हो सकती है और टेक्नॉलजी ट्रान्स्फ़र की जा सकती हैं । इसके बाद भी WTO मिनिस्ट्रीयल लेवल से इसे अप्रूव करवाना पड़ेगा जो की एक लम्बा प्रॉसेस हैं ।

आज विश्व में फैली महामारी कोरोना से बचने के लिए भारत सरकार प्रयास कर रही हैं व भारत बायोटेक ने अपनी तकनीक देने में सहमति भी जतायी हैं । 9 मई को भारत सरकार ने उच्चतम न्यायालय में कहा हैं कि हम 200 करोड़ लोगों का वैक्सिनेशन अगस्त से दिसंबर माह तक कर लेंगे । स्वदेशी जागरण मंच अपील करता हैं कि हर व्यक्ति को वैक्सीन उपलब्ध हो। इसके लिए हमें व विश्व को अपने पैटेंट क़ानून में लचिलापन लाना ही होगा जिससे मानवता बच सके, विश्व बच सके । अग्रवाल के सम्बोधन से पूर्व स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय सह विचार विभाग प्रमुख डॉ.राजकुमार चतुर्वेदी ने पैटेंट फ्री वैक्सिन और मेडिसिन की आवश्यकता पर प्रमुखता से प्रकाश डाला।
स्वदेशी जागरण मंच, जयपुर प्रान्त की वेबीनार में मंच के प्रान्त संयोजक देवेन्द्र भारद्वाज, सह प्रान्त संयोजक सुरेन्द्र लाल राठी और सुरेन्द्र नामा, प्रान्त संगठक मनोहर शरण सहित मंच की जयपुर प्रान्त टोली, विभाग टोली, जिला व सह जिला संयोजक उपस्थित थे। इस वेबिनार में विशेष रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघचालक सरदार महेंद्र सिंह मग्गो, प्रान्त कार्यवाह गैंदालाल सैनी, प्रान्त प्रचारक डॉक्टर शैलेन्द्र प्रताप सिंह, सह प्रान्त प्रचारक बाबूलाल, पाथेय कण (पाक्षिक) के सम्पादक रामस्वरूप अग्रवाल सहित भारतीय मजदूर संघ, भारतीय किसान संघ, राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय), सहकार भारती, अ.भा.ग्राहक पंचायत, लघु उद्योग भारती, विद्या भारती के कार्यकर्ता, चिकित्सक, प्रोफेसर, प्राध्यापक, इंजिनियर, एडवोकेट व चार्टड एकाउन्टेंट भी उपस्थित थे। इस दौरान मंच संचालन महानगर संयोजक डॉक्टर कैलाश ने किया व अधिकारियों का परिचय प्रान्त संयोजक देवेंद्र भारद्वाज और सह महानगर संयोजक मोहित विजयवर्गीय ने करवाया ।
कार्यक्रम के आरम्भ में पंडित मोहित शर्मा ने गायत्री मंत्र करवाया और अग्रवाल के उद्बोधन के पश्चात कार्यक्रम का विधिवत समापन मंच की सह प्रान्त महिला कार्य प्रमुख अर्चना मीणा, सवाई माधोपुर के द्वारा शांति पाठ से हुआ।

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